क्योंकि मान लीजिये आप मर गए हैं, तो आपका शरीर मरा है, आप नहीं. क्योंकि असली जीवन तो आत्मा है, और आत्मा कभी मरती नहीं है. तो फिर जीवन ख़त्म कैसे हुआ? इससे आगे की सोच हमारे बस की बात नहीं है. तो क्या बस यही जीवन है? खाना, कमाना और https://mariozmxhr.signalwiki.com/1996060/shighra_samadhan_can_be_fun_for_anyone