किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥ मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्। जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥ धन निर्धन को देत सदाहीं। https://andersonorubc.vidublog.com/29128787/rumored-buzz-on-shiv-chalisa-lyrics-in-hindi